पहला पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ आप अपने आप से किजिठकà¥à¤¯à¤¾ आप अपने बचà¥à¤šà¥‡ के लिठजो à¤à¥€ करती है उतना निसà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ à¤à¤¾à¤µ से आपके बचà¥à¤šà¥‡ के लिठकोई कर सकता है। नहीं ना… फिर आपको किसी से पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤ªà¤¤à¥à¤° लेने की जरूरत नहीं। à¤à¤• पाà¤à¤š साल के बचà¥à¤šà¥‡ से पूछ कर देखिये दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की सबसे सà¥à¤‚दर, पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€ और सबसे अचà¥à¤›à¥€ माठउसकी खà¥à¤¦ की होती है। किशोरावसà¥à¤¥à¤¾ में हारà¥à¤®à¥‹à¤¨ के बदलाव के कारण अनेक बचà¥à¤šà¥‡ चिड़चिड़े हो जाते है, à¤à¤¸à¥‡ में माठ(कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि माà¤à¤ ही जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ रोक टोक करती है) की जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ रोक-टोक से बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को लगता है कि मेरी दोसà¥à¤¤ की माठशायद जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ अचà¥à¤›à¥€ है। इस समय थोड़े धैरà¥à¤¯ के साथ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की सही परवरिश किजिà¤, जब जरूरत हो डांटिठपर बचà¥à¤šà¥‡ को आà¤à¤¾à¤¸ होना चाहिठकि गलती के कारण ही डांट पड़ी है और जब जरूरत हो ढेर सारा पà¥à¤¯à¤¾à¤° दिखाने में à¤à¥€ कोताही मत बरतिà¤à¥¤ यह समय à¤à¥€ गà¥à¤œà¤° जाà¤à¤—ा। यà¥à¤µà¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में बचà¥à¤šà¥‡ आपको ही आपना रोल मॉडल मानेंगे।
जो दिन शà¥à¤°à¥‚ मेरे मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ से खतà¥à¤® मà¥à¤ पर करती थी..
उसकी नीरव निसà¥à¤¤à¤¬à¥à¤§à¤¤à¤¾,à¤à¤• खतरे का संकेत है।
Denitrification during the Arabian Sea is a vital process that provides feedback to global warming by releasing click here nitrous oxide to the environment.
à¤à¤• वक़à¥à¤¤ था : मनो à¤à¤¸à¤¾ लग रहा था रब ने here मेरी सà¥à¤¨ ली हो
It solves your time and efforts vs . excellent Predicament by sorting the good from your disqualified resumes in a fast and effective fashion, thus considerably minimizing time expended by tech recruiters in dealing with each resume.
और कà¤à¥€ à¤à¥€ आप महसूस कर रहे हैं उलà¤à¤¨ में या अकेले,
अपना जवाब या कोई सवाल इस बॉकà¥à¤¸ में लिखें–*
तà¥à¤® नहीं जानती कि इशà¥à¤• कà¥à¤¯à¤¾ है, ये तनहा राते हैं, ये अधूरी बातें हैं ये मचलती सांसे हैं
“मंतà¥à¤°â€“विजà¥à¤žà¤¾à¤¨â€ पापों को धोने की बात करता है.
पर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दिल की धड़कनों को दर-किनार करें!!
à¤à¤• वक़à¥à¤¤ था : जब उसकी फोटो न देखो तो दिन सूना सूना सा लगता था
सब लोग चले गà¤, ये मासूम काबà¥à¤² à¤à¤¯à¤°à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿ पर छूट गया. सिरà¥à¤« अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ पर नहीं पूरी मानवता पर संकट है, सो कà¥à¤› कीजिठया न कीजिठपर इस तà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¦à¥€ का मज़ाक मत बनाइà¤
चà¥à¤¨à¤¾à¤µ पर हिंदी कविता में पà¥à¤¿à¤ देश के आज के हालातों के बारे में। कैसे चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में à¤à¥‚ठे वादे कर नेता कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर लेते हैं और उसके बाद देश का कà¥à¤¯à¤¾ हाल करते हैं। इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के कारन आज हमारा देश गरीबी की मार here à¤à¥‡à¤² रहा है। सरहदों पर सैनिकों की शाहदत हो रही है। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को शिकà¥à¤·à¤¾ नहीं मिल पा रही। à¤à¤¸à¥€ ही बातों का वरà¥à¤£à¤¨ कर रही है यह चà¥à¤¨à¤¾à¤µ पर हिंदी कविता :-